खुशियाँ बटोरते बटोरते उम्र गुज़र गयी पर खुश ना हो सके SHARE FacebookTwitter खुशियाँ बटोरते बटोरते उम्र गुज़र गयी पर खुश ना हो सके, एक दिन एहसास हुआ कि खुश तो वो लोग थे जो खुशियाँ बाँट रहे थे। SHARE FacebookTwitter
कोयल अपनी भाषा बोलती है, इसलिये आज़ाद रहती है, किंतु तोता दूसरे कि भाषा बोलता है,.......Read Full Message